हाइपरटेंशन
दिल शरीर का अभिन्न अंग कहलाता है, दिल का काम होता है शरीर के सभी हिस्सों में खून पहुंचना। अगर खून का बहाव सही न हो तो, शरीर कई तरह की बिमारियों का शिकार हो जाता है। हाइपरटेंशन भी दिल से ही जुडी हुई बीमारी है। जिससे शरीर में खून का दबाव बढ़ जाता है। जिसे हम आम भाषा में हाई ब्लड प्रेशर भी कहते है। हाई ब्लडप्रेशर के दौरान खून का बहाव सही रीति से बनाये रखने के लिये दिल को सामान्य से ज्यादा काम करना पड़ता है। इस परिस्तिथि को हम हाइपरटेंशन कहते है।
खून के बहाव के दौरान, नलियों पर लगने वाले दबाव को ब्लडप्रेशर कहते है। ब्लडप्रेशर के कम या ज्यादा होने का पता, डॉक्टर्स बी.पी की जांच करने वाले यंत्र या ऑपरेटस से करते है। जिससे इस बात का पता चलता है की आपको किस लेवल का टेंशन है। हाइपरटेंशन के कई कारन होते है। अधिकांश समय हाइपरटेंशन के कारण डर, काम का अधिक भार, नींद न पूरी होना, खाने पीने में लापरवाही आदि होते हैं। जिसका ध्यान हम आम तौर पर नहीं देते है। यही सब बाते अनेक मुसीबतों का कारण बन जाती है।
हाइपरटेंशन पर अगर वक़्त रहते काबू न पाया जाये, तो यह जानलेवा हो सकता है। हाइपरटेंशन का सीधा असर किडनी, दिल, लीवर, दिमाग जैसी महत्वपूर्ण अंगों पर होता है।